Short Story In Hindi
(Short Story In Hindi)एक गांव में देव शर्मा नामक एक धार्मिक संत रहते थे। सामन्यतया वो भगवन की भक्ति और साधन में लीन रहते थे। औरआस पास के गॉंव में पूजापाठ कर के अपना जीवन यापन करते थे। इस पूजा पाठ से जो भी धन और दक्षिणा मिलती थी उसे वो अपने पास एक पोटली में रखते थे।
वह अपने पैसों की पोटली को हमेशा अपने पास रखता था। एक दिन एक ठग की नजर उसे पोटली पर पड़ी। वह साधु के पास गया और बोला कॉम ओम नमः शिवाय गुरुजी मुझे अपनी शरण में ले लीजिए और मेरा उद्धार कर दीजिए
प्रारंभिक नानुकर के बाद देव शर्मा ने उसे अपना शिष्य बना लिया, लेकिन अपनी पोटली को लेकर वह उसे पर भरोसा नहीं करता था। परंतु जल्द ही ठगने अपनी चापलूसी और चिकनी चुपड़ी बातों और से देव शर्मा का विश्वास जीत लिया।
एक दिन देव शर्मा को पास के गांव से पूजा करने का न्योता आया तो वे अपने शिष्य के साथ पड़ोस के गांव के लिए रवाना हो गए। रस्ते में एक सुन्दर सरोवर
देख़ कर नहाने का विचार मन में आया।
उसने अपने कपड़े और पोटली शिष्य को दिए। जब वह नहा कर वापस आया तो देखा उसके कपड़े जमीन पर पड़े हैं, पर उसकी पोटली और शिष्य दोनों वहां नहीं है। संत समझ गया किसी से उसके पैसे लेकर भाग गया है।
नैतिक शिक्षा:Short Story In Hindi
नैतिक शिक्षा : इस कहानी से बच्चों हमें यह नैतिक शिक्षा मिलती है चापलूसों से हमें सावधान रहना चाहिए
भेड़िया और दो भेड़ | Short Story In Hindi
एक समय की बात है। सुन्दर वन नामक जंगल था और उसमे सभी जानवर और पशु पक्षी रहा करते थे। भेड़ो के झुंड में दो भेड़ो की लड़ाई हो गयी थी। एक भेड़िया जंगल के पास से गुजर रहा था।
उसने देखा दो भेड़े आपस में लड़रही थी। इस लड़ाई में वो दोनों काफी घायल हो गयी थी उन दोनों के सर से खून बहने लगा था फिर भी वह लड़ती रही । भेड़ो पर ध्यान न देते हुए भेड़िए ने जमीन से खून चाटने लगा।
उधर भेड़िया खून चाटने में इतना मगन हो गया कि उसे ध्यान ही नहीं रहा है, कि भेड़ लड़ते हुई उसके नजदीक आ गयी और उन्होंने अपने खतरनाक सींगो से भेड़िये पर हमला करके उसे पूरी तरह घायल कर दिया।
नैतिक शिक्षा:Short Story In Hindi
नैतिक शिक्षा: किसी भी लालच में आकर आने वाले खतरे के प्रति है असावधान नहीं रहना चाहिए।