(Rooftop solar system)PM Suryoday Yojana: 22 जनवरी, 2024 का दिन देशवासियों के लिए काफी खास था। इस दिन राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बेहद ही शानदार योजना को शुरू किया। इस स्कीम का नाम प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना है। प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के जरिए भारत सरकार देश के गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को सौर ऊर्जा का लाभ प्रदान करना चाहती है।
Rooftop solar system:-
Rooftop solar system पैनल वह उपकरण हैं जो इमारतों की छतों पर स्थापित किए जाते हैं ताकि वह सौर ऊर्जा को सीधे बिजली में बदल सकें। ये पैनल सूर्य की किरणों को अवशोषित करके इलेक्ट्रिक विद्युत उत्पन्न करते हैं, जिसे आप अपनी इमारत के उपयोगकर्ताओं की ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए उपयोग कर सकते हैं।
यह विधुत उत्पादन का सुरक्षित और स्वच्छ तरीका है जो बिजली खरीदने की आवश्यकता को कम करता है और आपको स्वतंत्र ऊर्जा स्रोत प्रदान करता है। इससे न केवल आपके ऊर्जा खर्च में कमी होती है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि यह शानदार रूप से विकसित हुई ऊर्जा का प्रयोग करता है।
Types of Rooftop solar system:–
ऑन–ग्रिड और ऑफ–ग्रिड सौर प्रणालियाँ दो अलग–अलग प्रकार की सौर ऊर्जा प्रणालियाँ हैं:
1. Rooftop solar system ऑन-ग्रिड सौर प्रणाली:
Rooftop solar system ऑन-ग्रिड सौर प्रणाली में, सौर पैनल्स इंवर्टर के माध्यम से बिजली नेट से सीधे जुड़े होते हैं। यह सिस्टम उपयोगकर्ता को स्थानीय बिजली नेट से बिजली प्राप्त करने का अवसर देता है और उसे अगर आवश्यक हो तो अत्यंत ऊर्जा उपयोग करने की अनुमति देता है। इस प्रकार की प्रणाली अक्सर व्यापारिक और नगरीय क्षेत्रों में प्रयुक्त होती है जहां बिजली नेट उपलब्ध होता है।
2. Rooftop solar system ऑफ-ग्रिड सौर प्रणाली:
Rooftop solar system ऑफ-ग्रिड सौर प्रणाली में, सौर पैनल्स और बैटरी सिस्टम का संयोजन किया जाता है, जिससे बिजली स्वतंत्रता प्राप्त होती है। इस सिस्टम में ऊर्जा सौर पैनल्स द्वारा उत्पन्न होती है और बैटरी में संग्रहित की जाती है, जिससे रात्रि या बादली दिनों में भी बिजली प्राप्त की जा सकती है। यह सिस्टम अक्सर ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में अनुकूलित होता है जहां बिजली नेट की अनुपस्थिति हो सकती है।
Rooftop solar system ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड सौर प्रणालियाँ अपने-अपने प्रयोजनों के आधार पर चयन की जाती हैं और उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं और स्थिति के आधार पर योजना बनाई जाती है।
What is PRADHAN MANTRI SURYODYA YOJNA…..?
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो गाँवों में सौर ऊर्जा का प्रयोग करके बिजली पहुंचाने का मकसद रखती है। इसका प्रमुख उद्देश्य है कि गाँवों में बिना किसी विघटन के बिजली मिले और किसानों को सौर ऊर्जा से जुड़ी तकनीकों का उपयोग करने का अवसर मिले।
इस योजना के तहत, सौर ऊर्जा का इस्तेमाल विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है, जैसे कि कृषि में इसका प्रयोग, जल सिंचाई पंप्स, और अन्य ग्रामीण आवश्यकताओं के लिए। यह योजना न केवल ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली समस्याओं का समाधान कर रही है, बल्कि साथ ही सौर ऊर्जा के प्रचार–प्रसार को बढ़ावा देने के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा के प्रचार को भी प्रोत्साहित कर रही है।
नेशनल Rooftop solar system स्कीम में 40% सब्सिडी दे रही सरकार
3 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल लगाने पर 40% सब्सिडी दी जाती है।
10 किलोवाट के पैनल लगाते हैं, तो सरकार आपको 20% सब्सिडी देगी
Rooftop solar system योजना के तहत सब्सिडी 31 मार्च 2026 तक दी जाएगी।
What is solar energy and how does it work:-
सौर ऊर्जा (Rooftop solar system) वह ऊर्जा है जो सूर्य की किरणों से प्राप्त होती है और इसे बिजली में बदला जा सकता है। यह एक स्वच्छ, अविरल और अनगिनत स्रोत है जो पृथ्वी को सर्वोत्तम ढंग से ऊर्जा पहुंचाने में सक्षम है।
सूर्य की किरणें सौर पैनल्स या सौर सेल्स के माध्यम से कांच या सिलिकॉन की परतों को प्रेरित करती हैं। ये सौर सेल्स आसमान में रहने वाले ऊर्जा को अद्यतित करके विद्युत ऊर्जा में परिणामित होती हैं। इस प्रक्रिया में कोई उपादान या अशुद्धि नहीं उत्पन्न होती है, जिससे यह एक स्वच्छ और सुरक्षित ऊर्जा स्रोत बनती है।
इस तकनीक के अलावा, एक बैटरी सिस्टम से ऊर्जा को स्टोर किया जा सकता है ताकि जब भी आवश्यक हो, तब इसे उपयोग किया जा सके। सौर ऊर्जा से बनी बिजली का उपयोग घरेलू और व्यापारिक उपयोग, जल सिंचाई, और अन्य उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जिससे सामाजिक और आर्थिक लाभ होता है।
How useful is solar system..?
सौर ऊर्जा प्रणालियों के कई प्रकार हैं जो विभिन्न उपयोगों और आवश्यकताओं के आधार पर विकसित किए गए हैं। प्रमुख रूप से, निम्नलिखित चार प्रकार की सौर ऊर्जा प्रणालियाँ हैं:
1. गृही सौर ऊर्जा प्रणालियाँ:
इनमें सौर ऊर्जा का सीधा उपयोग घरेलू उपयोगों के लिए होता है, जैसे कि गरम पानी बनाने के लिए सौर उजाला, सौर वॉटर हीटर्स और गृहाणु पैनल्स।
2. वाणिज्यिक सौर ऊर्जा प्रणालियाँ:
यहां सौर ऊर्जा का उपयोग उद्योगों और व्यापारिक स्थानों में होता है, जैसे कि सौर बिजली संयंत्र, विद्युत उत्पादन और विभिन्न उद्यमों के लिए सौर ऊर्जा प्रणालियाँ।
3. आपूर्तिकृत सौर ऊर्जा प्रणालियाँ:
इसमें विभिन्न उपकरण सौर पैनल्स का उपयोग करके बिजली का निर्यात और उपयोग करने के लिए सौर ऊर्जा को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने में सहायक हैं।
4. उपग्रह सौर ऊर्जा प्रणालियाँ:
इनमें सौर पैनल्स और सौर सेल्स को उपग्रहों पर स्थापित किया जाता है ताकि उन्हें सूर्य से प्राप्त ऊर्जा से चार्ज किया जा सके, जिससे उपग्रहों को ऊर्जा मिलती है।
इन प्रणालियों के माध्यम से, सौर ऊर्जा विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग हो रही है और यह विकसित होती तकनीक द्वारा बढ़ती ही जा रही है, जिससे स्वच्छ और सस्तीपूर्ण ऊर्जा के स्रोत को मजबूती मिल रही है।
10 uses of solar energy:-
यहां सौर ऊर्जा के 10 उपयोग हैं:
1. सौर बिजली उत्पादन:
सौर पैनल्स का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए किया जा सकता है, जिससे स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त होती है।
2. गरम पानी उत्पादन:
सौर ऊर्जा से सौर वॉटर हीटर का उपयोग गरम पानी उत्पादन के लिए किया जा सकता है।
3. विद्युत उपकरणों का चार्ज:
सौर पैनल्स के माध्यम से विद्युत उपकरणों को चार्ज करने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा सकता है।
4. ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली प्रदान करना:
सौर ऊर्जा को उपयोग करके ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने के लिए आपूर्तिकृत सौर प्रणालियाँ स्थापित की जा सकती हैं।
5. अनुकूलित सौर उत्पादन:
सौर ऊर्जा का अनुकूलित उपयोग कृषि, उद्योग, और औद्योगिक क्षेत्रों में किया जा सकता है।
6. सड़क लैंपों के लिए सौर प्रक्रिया:
सौर प्रक्रिया से चलने वाले सड़क लैंपों को चालित करने के लिए सौर पैनल्स का उपयोग किया जा सकता है।
7. सौर ऊर्जा स्थलों के लिए उपयोग:
विभिन्न स्थानों के लिए सौर ऊर्जा स्थलों को स्थापित करने में इसका उपयोग किया जा सकता है, जो ऊर्जा सुरक्षित और सुरक्षित बनाए रखता है।
8. सौर ऊर्जा उत्पादन उद्योग:
सौर ऊर्जा से ऊर्जा उत्पादन उद्योग में अपनाया जा सकता है, जो बिजली उत्पादन को सुरक्षित और सहारा कर सकता है।
9. उच्च स्थानों में उपयोग:
उच्च स्थानों में सौर पैनल्स का उपयोग ऊर्जा सुरक्षित बनाए रखने के लिए किया जा सकता है, जिससे अनुकूलित ऊर्जा समाधान होता है।
10. अच्छी ऊर्जा उपयोगिता:
सौर ऊर्जा के उपयोग से सारे प्रकार के उपभोगकर्ताओं को अच्छी ऊर्जा उपयोगिता मिलती है, जिससे सामाजिक और आर्थिक लाभ होता है।
What is The प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना:–
प्रधान मंत्री सूर्योदय योजना के अंतर्गत देश के 1 करोड़ आवेदनकर्ताओ को सब्सिडी का लाभ देने का लक्ष्य भारत सरकार के द्वारा निश्चित किया गया है।
2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘नेशनल रूफटॉप स्कीम’ के तहत 2022 तक देश में 100 गीगावॉट सोलर पावर इंस्टॉल करने का टारगेट रखा था। यह उस समय के मौजूदा लक्ष्य से पांच गुना ज्यादा था। इस कैपेसिटी का चालीस प्रतिशत यानी 40 गीगावॉट – ग्रिड से जुड़े सोलर रूफटॉप सिस्टम्स से लाने का टारगेट था।प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना इसी का सुधरा हुआ नवीनीकृत रूप है।
सरकार का यह प्लान तय समय में अपने लक्ष्य से काफी पीछे रह गया, रूफटॉप इंस्टॉलेशन का टारगेट भी पूरा नहीं हो सका है। मगर पिछले साल के अंत में ये 73 गीगा वाट तक पहुँच गयी थी। पिछले साल के आखिरी में देश में टोटल सोलर इंस्टॉल कैपेसिटी 73.3 गीगावॉट तक पहुंच गई थी, जिसमें ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सोलर सिस्टम्स का योगदान लगभग 11 गीगावॉट था।
सरकार का लक्ष्य से पीछे रह जाने का एक कारण कोविड-19 महामारी के कारण आई काम में रुकावट रहा था। हालांकि, सरकार का रूफटॉप सोलर सिस्टम्स के लिए 40 गीगावॉट का लक्ष्य अब 2026 तक हासिल किया जाना है।
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के लिए पात्रता :
भारत सरकार की इस योजना (Rooftop solar system) के लिए आवेदनकर्ता को, नेशनल पोर्टल फॉर रूफटॉप सोलर की अधिकृत वेबसाइट पर संबधित डाक्यूमेंट्स के साथ आवेदन करना होगा।
भारत सरकार की इस स्कीम का लाभ गरीब और मध्यम वर्ग से जुड़े लोग उठा सकते हैं। इस स्कीम में वही लोग आवेदन कर सकते हैं, जिनकी वार्षिक आय 1 या 1.5 लाख रुपये से कम है।
अगर आवेदक सरकारी कर्मचारी है। ऐसे में वह इस स्कीम का लाभ नहीं उठा सकता है। आवेदन करते समय आपके पास सभी जरूरी दस्तावेज होने चाहिए। अगर आपके पास ये जरूरी दस्तावेज नहीं हैं। ऐसे में आपके आवेदन को रद्द कर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना में आवेदन करने के लिए आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ, बिजली बिल, आय प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो आदि दस्तावेजों की जरूरत होती है।
Rooftop solar system प्रणाली कैसे लगवाएं?
- समीक्षा और योजना: पहले यह निर्धारित करें कि आपके छत पर सौर पैनल्स कितनी जगह ले सकते हैं और इसके लिए कितना बजट आपके पास है।
- अनुमानित ऊर्जा आवश्यकता: आपके उपयोग के हिसाब से यह तय करें कि आपको कितनी बिजली की आवश्यकता है और उसके आधार पर पैनल्स की क्षमता का चयन करें।
- अनुभवी स्थापक: एक अनुभवी सौर स्थापक से सहायता लें ताकि पैनल्स सही ढंग से और सुरक्षिती से लगे।
- नगरीय अनुमतियाँ: अपने स्थानीय नगरपालिका या नगर निगम से सौर प्रणाली लगवाने के लिए आवश्यक अनुमतियों की जाँच करें।
- सामग्री और विनिर्माण: उच्च गुणवत्ता वाले सौर पैनल्स और उचित इंवर्टर का चयन करें और सुरक्षिती स्थापना के लिए पेशेवर विनिर्माणकर्ता को आवंटित करें।
FAQ; (Rooftop solar system)सौर प्रणाली से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:–
- सौर पैनल्स कितने समय तक चलते हैं?
- सौर पैनल्स की आम जीवनकल 25-30 वर्ष हो सकती हैं।
- सौर प्रणाली कितना बिजली उत्पन्न कर सकती है?
- इसका उत्पादन स्थान और पैनल की क्षमता पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यत: एक किलोवॉट प्रति घंटे का सिस्टम सालाना एक्सपेक्टेड ऊर्जा पैदा कर सकता है।
नमस्कार आप सभी पाठकों का इस पोस्ट को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, इस पोस्ट में लिखे गए सारे तथ्य और सूचनाएं इंटरनेट के माध्यम से एकत्रित की गई है अगर इनमें कोई त्रुटि पाई जाती है तो वेबसाइट इसकी जिम्मेदार नहीं होगी। बहुत-बहुत धन्यवाद ।
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